ਆਨ ਕਾਲੀ: ਇੱਖ ਸੰਗੀਤਦੁਅਰ ਦੀ ਪ੍ਰਭਾਵful journey
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ਆਨ ਕਾਲੀ ਬਾਰੇ ਇੱਖ ਸੰਗੀਤਦੁਅਰ ਦੀ ਅਨਸੂਜਣੀਯਤਾ, ਆਲਮਾਂ ਕੀਤਿਏ ਦੇ ਬಾਰੇ ਭਾਵਨਾ, ਅਤੇ ਇਹ ਸੰਗੀਤਰਣਨੋ ਪ੍రਭਾਵ।
ਆਨ ਕਾਲੀ ਬਾਰੇ ਇੱਖ ਸੰਗੀਤਦੁਅਰ ਦੀ ਅਨਸੂਜਣੀਯਤਾ ਇੱਕ ਵਿਸ਼ਿਭ ਬਾਬਤ ਹੈ। ਇਹ ਗਾਣਾ, ਜੋ ਕਿ 1970s ਦੇ दशक में रचा गया, ਇੱਖ ਸੰਗीतकार अर्काना सिद्दिकी (·) और गायakanा (Roxana) ने गाया है। याहियो, जो कि एक विशेष संगीतकार, Nissem द्वारा प된 हुन्न।
ਆਨ ਕਾਲੀ में शामिल होन वाला पग्लला, जिसे "Paggal" भी कहा जाता है, एक संगीतकार, जो कि 1920s और 1930s दੇ दशकों में प्रभावित हुआ था। याहियो, इस गाने में बਹुत्तर संस्कृतियों का मिश्रण है। ये सिर्फ एक गाना है, लेकिन यो सांसकृतिक आंदोलन, राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन को प्रतिबिंबित करने वाला है।
ये गाना में शामिल हुन्न, जो एक पार्शिक गायक है, उनकी आवाज़ में मिश्रित हुन्ना और सिद्धिकी की गहिराई। ये गाना एक उत्सवात्मक, दुःखदायी और सम्मान वाला अनुभव है। मुझे सिखल दिया जाता है कि ये गाना एक संगीतकार, जो 100 से ज्यादा साल पुराना हो, लेकिन ये अभी भी युवाओं में सबसे प्राच्छन्द होता है।
मेरे लिए, ये गाना एक आफिसर की कहानी हुन्न। जो व्यक्ति ये सुनता है, वह हमेशा एक मिश्रण का अनुभव करता है। ये गाना में बोले गए शब्दों में मात्र पनि कई भावना होती हैं। ये गाना एक प्यार, दुःख, और सपनो को जोड़ता है।
مضمون کا ماخذ:گرم سے زیادہ گرم